Sunita gupta

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तुलसी मां

तुलसी

तुलसी माता हमारी।
सारे जग की है प्यारी।।

सुबह शाम दिया जलता तुलसी में।
घर आंगन सजता तुलसी से।

हर रोगों में हमारे काम है आती। 
ये इसे संजीवनी बूटी है कहलाती।। 

हर पूजा में ये चढ़ाई जाती।
ठाकुर जी की ये है जीवन साथी।।

देव उठान के दिन हर वर्ष होता।
तुलसी शालिग्राम जी का विवाह।।

घर में खुशहाली सुख संपन्नता लाती।
जिस आंगन में तुलसी जी विराजती।।

कई रोगों का नाश ये करती। 
अनेक औषधि गुण अपने में समाय रहती।। 

तुलसी जी की पूजा करो सुबह शाम। 
सुख समृद्धि समंपंनता पाये यजमान।। 

जय तुलसी माता की।।

डॉ चन्द्रकला भागीरथी 
धामपुर जिला बिजनौर उतर प्रदेश

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12 Comments

Gunjan Kamal

15-Nov-2022 04:53 PM

बहुत ही सुन्दर

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Suryansh

07-Nov-2022 06:39 PM

लाजवाब लाजवाब

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बहुत ही सुंदर सृजन

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